Anupras Alankar Ke Udhahran | अनुप्रास अलंकार किसे कहते हैं

अनुप्रास अलंकार किसे कहते हैं | Anupras Alankar Kise Kahte Hai

हेलो दोस्तों, आज के इस लेख में हम जानेंगे की अनुप्रास अलंकार किसे कहते हैं (Anupras Alankar Kise Kahte Hai), अनुप्रास अलंकार के उदाहरण (Anupras Alankar Ke Udhahran), अनुप्रास अलंकार हिंदी काव्यशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अलंकार है जो वर्णों की आवृत्ति द्वारा उपन्यास, कविता, गीत आदि के लिए उपयोग होता है। इस अलंकार में, वर्णों की आवृत्ति या ध्वनि के माध्यम से एक विशेष ध्वनि या लगाव का निर्माण किया जाता है। इसलिए, इसे “ध्वनित अलंकार” भी कहा जाता है।

इस अलंकार के अनुसार, वर्णों की आवृत्ति का प्रयोग एक वाक्य, छंद, पंक्ति या पद में एक ही प्रकार के वर्णों को बार-बार पुनरावृत्ति द्वारा किया जाता है। इससे उन शब्दों के बीच में सुंदर और मनोहारी ध्वनि उत्पन्न होती है जो कविता या गीत को सुंदर बनाती है।

यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
  • रंग बिरंगी होली आई,
    रंग बिरंगी होली आई।
  • गीत गाते रहना,
    गीत गाते रहना।
  • चंदा मम्मी दूर निकला,
    चंदा मम्मी दूर निकला।

अनुप्रास अलंकार के 50 उदाहरण (Anupras Alankar Ke Udhahran)

  1. दोस्ती की गाथा बुनते हैं, दोस्ती की गाथा बुनते हैं। (आधार शब्द: दोस्ती)
  2. मेरे दिल की धड़कन धड़कती हैं, मेरे दिल की धड़कन धड़कती हैं। (आधार शब्द: धड़कन)
  3. शोर मचाती हैं बारिश की बूंदें, शोर मचाती हैं बारिश की बूंदें। (आधार शब्द: बारिश)
  4. रात अँधेरी धनकती हैं, रात अँधेरी धनकती हैं। (आधार शब्द: रात)
  5. सूरज उगता हैं पूर्व से, सूरज उगता हैं पूर्व से। (आधार शब्द: सूरज)
  6. हंसते हंसते अच्छा लगता हैं, हंसते हंसते अच्छा लगता हैं। (आधार शब्द: हंसते)
  7. गुलाबी गुलाब खिलाती हैं, गुलाबी गुलाब खिलाती हैं। (आधार शब्द: गुलाब)
  8. चिड़ियों की चहचहाहट सुनाई देती हैं, चिड़ियों की चहचहाहट सुनाई देती हैं। (आधार शब्द: चहचहाहट)
  9. सुरमई आवाज़ गूँजती हैं, सुरमई आवाज़ गूँजती हैं। (आधार शब्द: आवाज़)
  10. जीवन के गाने गाती हैं सप्तस्वरी, जीवन के गाने गाती हैं सप्तस्वरी। (आधार शब्द: गाने)
  11. सबकी नज़रों में चमकती हैं, सबकी नज़रों में चमकती हैं। (आधार शब्द: नज़रें)
  12. फूलों की खुशबू फैलाती हैं, फूलों की खुशबू फैलाती हैं। (आधार शब्द: खुशबू)
  13. चंद्रमा की रौशनी बिखरती हैं, चंद्रमा की रौशनी बिखरती हैं। (आधार शब्द: रौशनी)
  14. दिल की धड़कनों को रुकने नहीं देती, दिल की धड़कनों को रुकने नहीं देती। (आधार शब्द: धड़कनें)
  15. पांवों की चाल हिलती हैं, पांवों की चाल हिलती हैं। (आधार शब्द: चाल)
  16. आँखों में चमक जगमगाती हैं, आँखों में चमक जगमगाती हैं। (आधार शब्द: चमक)
  17. तारों की झिलमिल दिखती हैं, तारों की झिलमिल दिखती हैं। (आधार शब्द: झिलमिल)
  18. मौ तिथियों की चमक पर आधारित होती हैं, मौसम की राहें बदलती हैं। (आधार शब्द: मौसम)
  19. आसमान की ऊँचाई छूने को तरसती हैं, आसमान की ऊँचाई छूने को तरसती हैं। (आधार शब्द: ऊँचाई)
  20. सपनों की दुनिया बसाती हैं, सपनों की दुनिया बसाती हैं। (आधार शब्द: सपनों)
  21. शोर मचाती हैं सड़कों पर गाड़ियाँ, शोर मचाती हैं सड़कों पर गाड़ियाँ। (आधार शब्द: शोर)
  22. पानी की लहरों में नहाती हैं, पानी की लहरों में नहाती हैं। (आधार शब्द: लहरें)
  23. छोटी छोटी बूंदें बरसाती हैं, छोटी छोटी बूंदें बरसाती हैं। (आधार शब्द: बूंदें)
  24. सागर की लहरें खेलती हैं, सागर की लहरें खेलती हैं। (आधार शब्द: लहरें)
  25. नदी की धारा बहती हैं, नदी की धारा बहती हैं। (आधार शब्द: नदी)
  26. सूर्य की किरणें चमकती हैं, सूर्य की किरणें चमकती हैं। (आधार शब्द: किरणें)
  27. धूप की गर्मी छाती हैं, धूप की गर्मी छाती हैं।
  28. पुराने यादों की चादर ओढ़ती हैं, पुराने यादों की चादर ओढ़ती हैं। (आधार शब्द: यादें)
  29. चिड़ियों की आवाज़ चहचहाती हैं, चिड़ियों की आवाज़ चहचहाती हैं। (आधार शब्द: आवाज़)
  30. सागर की गहराई बहुत हैं, सागर की गहराई बहुत हैं। (आधार शब्द: गहराई)
  31. चाँद की किरणें मुस्काती हैं, चाँद की किरणें मुस्काती हैं। (आधार शब्द: किरणें)
  32. हिमालय की चोटी ऊँची हैं, हिमालय की चोटी ऊँची हैं। (आधार शब्द: चोटी)
  33. गीतों की मधुरता सुनाई देती हैं, गीतों की मधुरता सुनाई देती हैं। (आधार शब्द: गीतें)
  34. बादलों की घनघोर घटाएँ, बादलों की घनघोर घटाएँ। (आधार शब्द: बादलों)
  35. चिड़ियों की चहचहाहट बजती हैं, चिड़ियों की चहचहाहट बजती हैं। (आधार शब्द: चहचहाहट)
  36. आँधी की गुस्ताख़ी चलती हैं, आँधी की गुस्ताख़ी चलती हैं। (आधार शब्द: गुस्ताख़ी)
  37. मौसम की मस्ती मचाती हैं, मौसम की मस्ती मचाती हैं। (आधार शब्द: मौसम)
  38. धूप की किरणें मुस्काती हैं, धूप की किरणें मुस्काती हैं। (आधार शब्द: किरणें)
  39. पुराने यादों की बूंदें बहाती हैं, पुराने यादों की बूंदें बहाती हैं। (आधार शब्द: बूंदें)
  40. गाते गीतों की स्वरलहरी, गाते गीतों की स्वरलहरी। (आधार शब्द: गीतों)
  41. आकाश की उचाई बेमिसाल हैं, आकाश की उचाई बेमिसाल हैं। (आधार शब्द: उचाई)
  42. पुस्तकों की खुशबू फैलती हैं, पुस्तकों की खुशबू फैलती हैं। (आधार शब्द: खुशबू)
  43. चाँदनी रातों में चमकती हैं, चाँदनी रातों में चमकती हैं। (आधार शब्द: चाँदनी)
  44. हंसों की हंसी मचलती हैं, हंसों की हंसी मचलती हैं। (आधार शब्द: हंसों)
  45. आहटों की गूँज सुनाई देती हैं, आहटों की गूँज सुनाई देती हैं। (आधार शब्द: आहटें)
  46. बिजलियों की चमक दिखती हैं, बिजलियों की चमक दिखती हैं। (आधार शब्द: चमक)
  47. सपनों की मधुर धुन सुनाई देती हैं, सपनों की मधुर धुन सुनाई देती हैं। (आधार शब्द: धुन)
  48. धूल की गर्मी से तरसती हैं, धूल की गर्मी से तरसती हैं। (आधार शब्द: गर्मी)
  49. नदियों की धारा बहती हैं, नदियों की धारा बहती हैं। (आधार शब्द: धारा)
  50. रघुपति राघव राजा राम (आधार शब्द: रा)

ये थे अनुप्रास अलंकार के 50 उदाहरण (Anupras Alankar Ke Udhahran) हिंदी में। यदि आपको और उदाहरण चाहिए या कोई अन्य सहायता की आवश्यकता हो, तो कृपया बताएं।

सारांश

अनुप्रास अलंकार (Anupras Alankar) हिंदी काव्य में प्रयुक्त एक छंद है, जिसमें सदियों से उदात्त, मध्यम या अनुदात्त स्वरों के अनुक्रमिक आगमन से गद्य या पदों की सुंदरता और रसभरी पैदा की जाती है। यह अलंकार भाषा के ध्वनिक पक्ष को प्रभावशाली बनाता है। ऊपर दिए गए 50 उदाहरण इस अलंकार के (Anupras Alankar Ke Udhahran) विभिन्न प्रकारों को दर्शाते हैं, जिनमें वर्णों या स्वरों का आपसी संगति और अभिनय होता है। इन उदाहरणों में उपयोगिता, अर्थपूर्णता और रसभरी को बनाए रखते हुए अनुप्रास अलंकार का अद्वितीय महत्व प्रकट होता है।

Also Read:- माँ पर निबंध (Maa Par Nibandh)

Read More:- Anupras Alankar Ke udhahran

Leave a Comment