Cyber Kill Chain क्या है?
साइबर किल चेन (Cyber Kill Chain) एक साइबर सुरक्षा मॉडल है जिसका उद्देश्य साइबर हमलों के प्रक्रियात्मक चरणों को समझने में मदद करना है और उन्हें पहचानने तथा रोकने के लिए सुरक्षा के कदम उठाने में मदद करना है। यह एक अनुक्रमिक मॉडल होता है जिसमें विभिन्न चरणों को प्रकट किया गया होता है, जिन्हें एक हमले का प्रक्रियात्मक अध्ययन कहा जा सकता है। यह मॉडल पहली बार Lockheed Martin द्वारा प्रस्तुत किया गया था और यह एक प्रसिद्ध सुरक्षा कॉन्सेप्ट है।
Cyber Kill Chain मॉडल में निम्नलिखित चरण होते हैं:
- Reconnaissance (पूर्व-जानकारी): हमले करने वाला व्यक्ति पहले आक्रमण करने वाले लक्ष्य की पूर्व-जानकारी जुटाता है। यह जानकारी स्थान, संरचना, प्रौद्योगिकियाँ, आदि के बारे में होती है।
- Weaponization (शस्त्रीकरण): जब आक्रमणकर्ता ने लक्ष्य की पूर्व-जानकारी जुटाई होती है, तो उसे उपयुक्त आक्रमण साधनों के साथ एक कुशलता से पैकेज कर दिया जाता है।
- Delivery (वितरण): यहाँ आक्रमणकर्ता ने विकल्पों का चयन करते हुए अपने आक्रमण साधनों को लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए उन्हें वितरित करता है, जैसे कि एक दायर एक्सप्लॉइट के रूप में, सामाजिक इंजीनियरिंग, मैलवेयर, आदि।
- Exploitation (शोषण): यहाँ, आक्रमणकर्ता विचारशीलता दिखाता है और उनके द्वारा पहुँचाए गए साधनों का उपयोग करके सिस्टम में प्रवेश प्राप्त करता है।
- Installation (स्थापना): आक्रमणकर्ता उसके द्वारा शोषण किए गए साधनों का उपयोग करके उन्हें सिस्टम में स्थापित करता है ताकि वह आगे की कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
- Command and Control (नियंत्रण और नियम): आक्रमणकर्ता अपने द्वारा स्थापित साधनों को नियंत्रित करने के लिए एक नियंत्रण इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करता है, जिसके माध्यम से वह आक्रमित सिस्टम से निर्देशन देता है।
- Actions on Objectives (लक्ष्य पर क्रियाएँ): आक्रमणकर्ता अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उनके द्वारा स्थापित साधनों का उपयोग करता है, जैसे कि डेटा चोरी, सिस्टम नुकसान, आदि।
साइबर किल चेन मॉडल का उद्देश्य होता है कि सुरक्षा टीमें हमले के प्रक्रियात्मक चरणों को समझें, उन्हें पहचानें और उनको पहले ही रोकने की कोशिश करें ताकि किसी साइबर हमले का प्रभाव कम हो सके।
Cyber Kill Chain कैसे काम करती है?
Cyber Kill Chain मॉडल एक विवरणात्मक और प्रक्रियात्मक मॉडल होता है जो साइबर हमलों के प्रक्रियात्मक चरणों को समझने और पहचानने में मदद करता है। यह मॉडल साइबर सुरक्षा टीमों को हमले के तत्वों को पहचानने, उनकी प्रक्रिया को समझने और उन्हें पहले ही रोकने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करने में मदद करता है। निम्नलिखित हैं साइबर किल चेन के विभिन्न चरण:
- Reconnaissance (पूर्व-जानकारी): हमले करने वाला व्यक्ति लक्ष्य के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश करता है। यह जानकारी लक्ष्य के सिस्टम, संरचना, प्रौद्योगिकियाँ, कर्मचारियों के बारे में होती है।
- Weaponization (शस्त्रीकरण): इस चरण में, हमले करने वाला व्यक्ति जुटाई गई जानकारी का उपयोग करके आक्रमण साधनों को लक्ष्य के साथ जोड़ता है ताकि आक्रमण संरचनित और पैकेज किया जा सके।
- Delivery (वितरण): आक्रमणकर्ता उपयुक्त आक्रमण साधनों का चयन करता है और उन्हें लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए विभिन्न तरीकों का चयन करता है, जैसे कि एक दायर एक्सप्लॉइट के रूप में, सामाजिक इंजीनियरिंग, आदि।
- Exploitation (शोषण): इस चरण में, आक्रमणकर्ता उपयुक्त साधनों का उपयोग करके सिस्टम में प्रवेश प्राप्त करने का प्रयास करता है। यह आक्रमणकर्ता के लिए एक प्रवेश द्वार खोलने का चरण होता है।
- Installation (स्थापना): इस चरण में, आक्रमणकर्ता उपयुक्त साधनों का उपयोग करके सिस्टम में स्थापित होने की कोशिश करता है ताकि वह आगे की क्रियाएँ कर सके। इसका मतलब है कि आक्रमणकर्ता सिस्टम में मैलवेयर, बैकडोर, ट्रोजन आदि को स्थापित करता है।
- Command and Control (नियंत्रण और नियम): आक्रमणकर्ता उपयुक्त साधनों को नियंत्रित करने के लिए एक नियंत्रण इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करता है। इसके माध्यम से वह आक्रमित सिस्टम से निर्देशन देता है और नए आदेश देता है।
- Actions on Objectives (लक्ष्य पर क्रियाएँ): इस चरण में, आक्रमणकर्ता उसके उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सिस्टम में क्रियाएँ करता है, जैसे कि डेटा चोरी, सिस्टम का नुकसान, आदि।
Cyber Kill Chain मॉडल का उद्देश्य हमले की प्रक्रिया को विश्लेषण करना है ताकि सुरक्षा टीमें इसे पहचान सकें और उसे रोकने के उपायों को विकसित कर सकें।
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Cyber Kill Chain हमलों से कैसे बचा सकता है?
Cyber Kill Chain के हर एक चरण को समझने के बाद, सुरक्षा टीमें इसके हमलों से बचने के उपायों को विकसित कर सकती हैं। निम्नलिखित कुछ तरीके हैं जिनसे आप साइबर किल चेन के हमलों से बच सकते हैं:
- जागरूकता और प्रशिक्षण: अपने कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करें और उन्हें फिशिंग, सोशल इंजीनियरिंग, मैलवेयर आदि के खतरों के बारे में प्रशिक्षित करें।
- अंतरव्यापार सुरक्षा: सुरक्षित अंतरव्यापार सुरक्षा के उपायों का उपयोग करें, जैसे कि फ़यरवॉल, इंट्रशन डिटेक्शन सिस्टम (IDS), इंट्रशन प्रिवेंशन सिस्टम (IPS) आदि।
- अपडेट और पैच: सुरक्षा पैच और सिस्टम अपडेट्स को समय-समय पर लागू करें ताकि सिस्टम में खुलासे के योग्यता की कमी न हो।
- अंतिवायरस और एंटीमैलवेयर: उपयुक्त अंतिवायरस और एंटीमैलवेयर सॉफ़्टवेयर का प्रयोग करें ताकि मैलवेयर और कुछ प्रकार के आक्रमणों की रोकथाम की जा सके।
- दोहरी प्रमाणीकरण: दोहरी प्रमाणीकरण का प्रयोग करें ताकि अद्यतन होने वाले लक्ष्य को पहचाना जा सके।
- डेटा शिक्षा और सुरक्षा: डेटा को सुरक्षित रखने और संरक्षित करने के उपाय अपनाएं, जैसे कि एन्क्रिप्शन, रेगुलर बैकअप, और डेटा की सुरक्षित स्थानांतरण।
- बहुत-सी निगरानी: अधिकतम निगरानी की अवश्यकता है। नेटवर्क और सिस्टम की सुरक्षा की निगरानी के लिए उपयुक्त सिक्योरिटी टूल्स और सिस्टम को प्रयोग करें।
- संग्रहण और प्रक्रिया: सुरक्षा नीतियों, प्रक्रियाओं, और मानकों को स्थापित करें ताकि कर्मचारी सुरक्षा के अनुसार कार्य कर सकें।
- उपयुक्त उपयोगकर्ता प्रबंधन: उपयुक्त उपयोगकर्ता प्रबंधन नीतियों को अनुसरण करें और केवल आवश्यक अनुमतियों के साथ ही पहुँच को सक्षम करें।
- सामाजिक इंजीनियरिंग की रोकथाम: कर्मचारियों को सामाजिक इंजीनियरिंग हमलों के खतरों के बारे में जागरूक करें और उन्हें उपयुक्त सतर्कता के साथ ऑनलाइन गतिविधियों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करें।
ये कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं जिनसे आप Cyber Kill Chain के हमलों से बच सकते हैं। हालांकि हमलों की प्रक्रिया निरंतर बदलती रहती है, इन उपायों का पालन करके आप सुरक्षित रह सकते हैं और साइबर हमलों के खतरे से बच सकते हैं।
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