Kriya Visheshan | क्रिया विशेषण किसे कहते है परिभाषा, प्रकार, भेद, अर्थ

क्रिया विशेषण किसे कहते है | Kriya Visheshan Kise Kahte Hai

क्रिया विशेषण (Kriya Visheshan) वह शब्द होते हैं जो किसी क्रिया, विशेषण, वाक्य, वाक्यांश या दूसरे क्रिया विशेषण की विशेषता, परिमाण, संख्या, समय, स्थान, तरीका, सबंध आदि को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। क्रिया विशेषण वाक्य में क्रिया, संज्ञा, विशेषण, सर्वनाम आदि को विस्तार देने के लिए प्रयुक्त होते हैं। इन शब्दों के द्वारा किसी क्रिया का तरीका, क्रिया की संख्या, क्रिया का समय और स्थान, क्रिया की अवधि, संबंध आदि प्रकट किया जाता है। इस प्रकार, क्रिया विशेषण (Kriya Visheshan) भाषा में जानकारी को व्यक्त करने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

क्रिया विशेषण की परिभाषा | Kriya Visheshan Ki Paribhasha

क्रिया विशेषण (Adverb) भाषा विज्ञान में एक प्रकार का शब्द होता है जो किसी क्रिया, विशेषण, वाक्य, वाक्यांश या दूसरे क्रिया विशेषण की विशेषता, परिमाण, संख्या, समय, स्थान, तरीका, सबंध आदि को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है। यह शब्द वाक्य में क्रिया, संज्ञा, विशेषण, सर्वनाम आदि को विस्तार देने के लिए प्रयुक्त होता है। क्रिया विशेषण वाक्यांश को पूरा करने और इसे अधिक विविध और व्यापक बनाने में मदद करता है। इसके उदाहरण हैं: वह तेज़ी से दौड़ रहा है। यहां, “तेज़ी से” एक क्रिया विशेषण है जो बता रहा है कि वह दौड़ने की क्रिया कैसे कर रहा है।

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क्रिया विशेषण के भेद या प्रकार | Kriya Visheshan Ke Bhed Ya Prakar

क्रिया विशेषण (Kriya Visheshan) के विभिन्न प्रकार निम्नलिखित हैं:

  • समय क्रिया विशेषण (Adverbs of Time): इन क्रिया विशेषणों से क्रिया का समय या क्रम व्यक्त किया जाता है, जैसे “अभी”, “कल”, “सोमवार”, “रोज़” आदि। उदाहरण: उसने अभी खाना खाया।
  • स्थान क्रिया विशेषण (Adverbs of Place): ये क्रिया विशेषण स्थान की जानकारी देते हैं और क्रिया का स्थान बताते हैं, जैसे “यहाँ”, “वहाँ”, “उस तरफ़” आदि। उदाहरण: मैं वहाँ खड़ा था।
  • प्रमाण क्रिया विशेषण (Adverbs of Degree): इन क्रिया विशेषणों से क्रिया की मात्रा, गुण, या प्रमाण व्यक्त किया जाता है, जैसे “बहुत”, “काफ़ी”, “थोड़ा” आदि। उदाहरण: वह बहुत खुश था।
  • तरीका क्रिया विशेषण (Adverbs of Manner): ये क्रिया विशेषण क्रिया के करने के तरीके को व्यक्त करते हैं, जैसे “धीरे”, “जल्दी”, “आराम से” आदि। उदाहरण: वह धीरे चला।
  • संख्या क्रिया विशेषण (Adverbs of Quantity): ये क्रिया विशेषण क्रिया की संख्या या मात्रा को व्यक्त करते हैं, जैसे “बहुत”, “कितना”, “कितने” आदि। उदाहरण: मैंने बहुत कुछ सीखा।
  • संबंध क्रिया विशेषण (Adverbs of Relationship): इन क्रिया विशेषणों से क्रिया का संबंध या संघटन व्यक्त किया जाता है, जैसे “सामान्यतः”, “शायद”, “वास्तव में” आदि। उदाहरण: सामान्यतः, वह देर से आती है।

ये थे कुछ मुख्य क्रिया विशेषण के प्रकार। हालांकि, वाक्यांश, प्रयोग और संदर्भ के आधार पर इसके अन्य भेद भी हो सकते हैं।

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद | Roop Ke Adhar Par Kriya Visheshan Ke Bhed

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण निम्नलिखित रूपों में आते हैं:

  • संपूर्णात्मक क्रिया विशेषण (Adverbs of Affirmation): इन क्रिया विशेषणों से किसी क्रिया को संपूर्ण रूप से स्वीकार या पुष्टि की जाती है। उदाहरण: निश्चय ही, वह आ रहा है।
  • नकारात्मक क्रिया विशेषण (Adverbs of Negation): इन क्रिया विशेषणों से किसी क्रिया को नकारा जाता है या उसकी पुष्टि नहीं की जाती है। उदाहरण: नहीं, वह कभी नहीं आता है।
  • संदेशात्मक क्रिया विशेषण (Adverbs of Interrogation): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग प्रश्न पूछने या उसकी पुष्टि करने के लिए होता है। उदाहरण: क्या, कब, कैसे, कहाँ, किसलिए आदि।
  • संयोजक क्रिया विशेषण (Conjunctive Adverbs): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग दो वाक्यांशों को संयोजित करने के लिए होता है। ये वाक्यांश दो सम्बन्धित वाक्यों को जोड़ने और सम्बन्ध व्यक्त करने में मदद करते हैं। उदाहरण: इसलिए, इसके बावजूद, इसके बाद, इसलिए आदि।

ये थे कुछ क्रिया विशेषण के भेद रूप के आधार पर। इन भेदों के अलावा भी अन्य भेद हो सकते हैं जो वाक्य परिपाठ के आधार पर व्यक्ति, संख्या, परिमाण आदि के अनुसार क्रिया विशेषण को वर्गीकृत करते हैं।

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण | Arth Ke Adhar Par Kriya Visheshan

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • प्रयोगात्मक क्रिया विशेषण (Adverbs of Usage): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग वाक्य में एक क्रिया के प्रयोग या उपयोग को व्यक्त करने के लिए होता है। उदाहरण: ध्यान से, विचारपूर्वक, ठीक से।
  • अवधिक क्रिया विशेषण (Adverbs of Duration): इन क्रिया विशेषणों से क्रिया की अवधि या दीर्घता को व्यक्त किया जाता है। उदाहरण: लम्बे समय तक, रोज़गार तक, समाप्त होने तक।
  • आवाज़ क्रिया विशेषण (Adverbs of Voice): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग किसी क्रिया के आवाज़ या ढंग को व्यक्त करने के लिए होता है। उदाहरण: गर्जते हुए, मुस्काते हुए, चिल्लाते हुए।
  • इच्छाशक्ति क्रिया विशेषण (Adverbs of Volition): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग किसी क्रिया के इच्छाशक्ति या इच्छा को व्यक्त करने के लिए होता है। उदाहरण: विवशता से, स्वेच्छापूर्वक, निश्चिंत रूप से।
  • प्रभाव क्रिया विशेषण (Adverbs of Effect): इन क्रिया विशेषणों का उपयोग किसी क्रिया के प्रभाव या परिणाम को व्यक्त करने के लिए होता है। उदाहरण: पूरी तरह से, प्रभावी ढंग से, निश्चित रूप से।

ये थे कुछ क्रिया विशेषण जो अर्थ के आधार पर व्यक्ति की संज्ञाना, प्रयोग, अवधि, आवाज़, इच्छाशक्ति और प्रभाव को व्यक्त करते हैं।

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